उल्टी रोकने के घरेलू उपाय (Ulti Rokne Ke Gharelu Upay Hindi )

Ulti Rokne Ke Gharelu Upay Hindi Me | ulti ka ilaj in hindi

1.हरी धनिया का रस निकालकर उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक और एक नींबू डालकर पीने से उल्टी में तुरंत लाभ होता है।

2. आधा चम्मच धनिया का पाउडर आधा चम्मच सौंफ का पाउडर एक गिलास पानी में डालें और उसमें थोड़ी सी मिश्री घोल कर पीने से उल्टी आनी बंद हो जाती है।

3.अदरक के रस और नींबू के रस की मात्रा बराबर मात्रा में डालकर एक रस तैयार कर लें। इसे पीने से उल्टी में लाभ होता है।

4.अदरक और प्याज का रस एक चम्मच लेकर मिलाकर पीएं। इससे उल्टी में लाभ होता है।

5.एक चम्मच अदरक के रस में थोड़ा सा सेंधा नमक और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर पीने से भी उल्टी आनी बंद हो जाती है।

6.पुदीने का रस निकालकर उसमें नींबू का रस और शहद बराबर मात्रा में लेकर मिला लें। इसका दिन में दो-तीन बार प्रयोग करें। पुदीने की पत्तियां भी चबा कर खाने से उल्टी में तुरंत लाभ.

कार में सफर करने के दौरान

कई लोगों को कार में सफर करने के दौरान सिर दर्द, उल्टियां, जी मचलाना जैसी समस्याएं आती हैं। ऐसे में वे सफर का आनंद नहीं ले पाते और पूरे समय बस अपनी तबियत की वजह से परेशान रहते हैं। अगर आपके साथ भी ये दिक्कत रहती है तो ये टिप्स आपके लिए मददगार हो सकते हैं।

– कार में हमेशा आगे वाली सीट पर बैठें। पीछे बैठने की वजह से झटके ज्यादा महसूस होते हैं जिस वजह से सिर चकराने और उल्टियां होने लगती है। इसलिए इन सबसे बचने के लिए आगे वाली सीट पर बैठना आपके लिए फायदेमंद होगा।

– अपने रुमाल में कुछ बूंदे मिंट (पुदीना) तेल की छिड़क लें और उसे सूंघते रहें। इससे आपको आराम मिलेगा। मिंट की चाय भी ऐसे में फायदा करती है।

– जब भी कार में ट्रेवल करना हो तो उससे पहले घर से कुछ भी भारी खाकर ना निकलें। स्पाइसी, जंक फूड खाने से बचें क्योंकि इससे आपको सफर के दौरान उल्टी आ सकती है।

– कार में सफर के दौरान जी मचलाए तो खुद से या दूसरों से बातें करने लगें। इससे आपका दिमाग तबीयत से भटकेगा और आप अच्छा महसूस करेंगे।

– कार में सफर करने से पहले अदरक की टॉफी आप चबा सकते हैं। इसके अलावा घर से निकलने से पहले अदरक वाली चाय पीकर निकलने से भी आपको फायदा होगा।

आपका भी कोई दोस्त गाड़ी या बस में बैठते ही उलटी करता है? तो उसे भी बताएं ये आसान घरेलू नुस्खे…

अदरक

अदरक में ऐंटीमैनिक गुण होते हैं। एंटीमैनिक एक ऐसा पदार्थ है जो उलटी और चक्कर आने से बचाता है। सफर के दौरान जी मिचलाने पर अदरक की गोलियां या फिर अदरक की चाय का सेवन करें। इससे आपको उलटी नहीं आएगी। अगर हो सके तो अदरक अपने साथ ही रखें। अगर घबराहट हो तो इसे थोड़ा-थोड़ा खाते रहें।

प्याज का रस

सफर में होने वाली उलटियों से बचने के लिए सफर पर जाने से आधे घंटे पहले 1 चम्मच प्याज के रस में 1 चम्मच अदरक के रस को मिलाकर लेना चाहिए। इससे आपको सफर के दौरान उलटियां नहीं आएंगी। लेकिन अगर सफर लंबा है तो यह रस साथ में बनाकर भी रख सकते हैं।

लौंग का जादू

सफर के दौरान जैसे ही आपको लगे कि जी मिचलाने लगा है तो आपको तुरंत ही अपने मुंह में लौंग रखकर चूसनी चाहिए। ऐसा करने से आपका जी मिचलाना बंद हो जाएगा।.

मददगार है पुदीना

पुदीना पेट की मांसपेशियों को आराम देता है और इस तरह चक्कर आने और यात्रा के दौरान तबियत  खराब लगने की स्थिति को भी खत्म करता है। पुदीने का तेल भी उलटियों को रोकने में बेहद मददगार है। इसके लिए रुमाल पर पुदीने के तेल की कुछ बूंदे छिड़कें और सफर के दौरान उसे सूंघते रहें। सूखे पुदीने के पत्तों को गर्म पानी में मिलाकर खुद के लिए पुदीने की चाय बनाएं। इस मिश्रण को अच्छे से मिलाएं और इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं। कहीं निकलने से पहले इस मिश्रण को पिएं।

नींबू का कमाल

नींबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड उलटी और जी मिचलाने की समस्या को रोकते हैं। एक छोटे कप में गर्म पानी लें और उसमें 1 नींबू का रस व थोड़ा सा नमक मिलाएं। इसे अच्छे से मिलाकर पिएं। आप नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाकर या शहद डालकर भी पी सकते हैं। यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों को दूर करने का यह एक कारगर इलाज है।

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गर्म पानी पीने के फायदे

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कढ़ी पत्ता Kari Patta Ke Fayde

कढ़ी पत्ता Kari Patta Ke Fayde

Kari Patta Ke Fayde | Benifit of curry Patta in hindi | kari patta ke fayde in hindi

   वर्षा ऋतु में करी (कड़ी) पत्ता के पेड़ लगाया जाता है, और इसकी पत्तियां हमेशा हरी -भरी रहती हैं।  

    महाराष्ट्र में घरों में इसका पेड़ खूब मिलता है।

दक्षिण भारत व पश्चिमी-तट के राज्यों और श्रीलंका के व्यंजनों के छौंक के रूप में रसेदार व्यंजनों में इसका प्रयोग तेजपत्तों की तरह किया जाता है। कहीं – कहीं इसे काला नीम भी कहते हैं।

पोहा, कढ़ी, नमकीन हलवा, रायता कई भारतीय व्यंजनों में कढ़ी पत्ते का प्रयोग किया जाता है।

कढ़ी पत्ते में मौजूद आयरन, जिंक और कॉपर जैसे मिनरल न सिर्फ अग्नाशय की बीटा-कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, बल्कि उन्हें नष्ट होने से भी बचाते हैं। इससे ये कोशिकाएं इंसुलिन का उत्पादन तेज कर देती हैं।

कढ़ी पत्ते के लाभ

 डायबिटीज पीड़ितों के लिए रोज सुबह खाली पेट 8-10 कढ़ी पत्ते चबाना फायदेमंद है। इसके एंटी डायबिटिक  शरीर में इंसुलिन की गतिविधि को प्रभावित करके ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं।

डायरिया को रोकता है

कढ़ी पत्ते में कार्बाज़ोल एल्कालॉयड्स होते हैं, जिससे इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह गुण पेट के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह पेट से पित्त भी दूर करता है, जो डायरिया होने का मुख्य कारण है।

 इसके अतिरिक्त कढ़ी पत्ता का प्रयोग लंबे और स्वस्थ बालों के लिए, पेट संबंधित बीमारियों में गठिया रोगों में भी अत्यंत लाभदायक है।

 इसकी जड़ का इस्तेमाल आंखों और किडनी के रोग के लिए होता है।

कढ़ी पत्ते की इस्तेमाल विधि

 भोजन में कढ़ी पत्ते की मात्रा बढ़ाएं या फिर रोज सुबह तीन माह तक खाली पेट 25 ग्राम कढ़ी पत्ता खाएं तो फायदा होगा।

डायरिया

 डायरिया से पीड़ित व्यक्तियों को कढ़ी पत्तों को कसकर दिन में तीन बार छाछ के साथ पीना चाहिए।

बालों की जड़ों

बालों की जड़ों को मज़बूत करने के लिए पीसकर इसका लेप बना लें फिर इसे सीधे बालों की जड़ों में लगाएं साथ में प्रतिदिन करी पत्ते को खाते रहे। 

अगर नाक और सीने से कफ का जमाव रहता है या सूखे कफ से साइनसाइटिस है तो  एक चम्मच कढ़ी पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पेस्ट दिन में दो बार पिएं।

कैंसर :-

इसमें पाये जाना वाला एंटी ऑक्सीडेंट बुढापे को दूर करते है तथा  कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देते।

कोलेस्ट्रोल

यह कोलेस्ट्रोल कम करता है |

लीवर

कढ़ी पत्ता लीवर को सुरक्षित करता है। ज्यादा एल्कोहल का सेवन करने वाले लीवर की समस्याओं से बच सकते हैं।  ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है जो हानिकारक तत्व जैसे मरकरी (मछली में पाया जाता है)।

कैसे करें सेवन : घर के बने हुए घी को गर्म करके उसमें एक कप कढ़ी पत्ते का जूस मिलाएं। इसके बाद थोड़ी सी चीनी और पिसी हुई काली मिर्च मिलाएं। अब इस मिक्सचर को कम तापमान में गर्म करके उबाल लें और उसे हल्का ठंडा करके पिएँ।

खून की कमी होने पर

कढ़ी पत्ते में मौजूद आयरन और फोलिक एसिड  एनीमिया को दूर कर देता है।  खून की कमी सिर्फ आयरन की ही कमी से नहीं अपितु आयरन को अब्जॉर्ब करने और उसे इस्तेमाल करने की शक्ति कम होने से भी होती है। एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति एक खजूर को दो कढ़ी पत्तों के साथ खाली पेट रोज सुबह खाएं।

जहरीले कीड़े काटने पर इसके फलों के रस को नींबू के रस के साथ मिलाकर लगाने से लाभ होता है।

मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत कढ़ी पत्ता काफी असरदार होता है। इसके लिए मीठे नीम या कढ़ी के पत्तों को सुखाकर इनका बारीक पाउडर तैयार कर लें, और एक छोटा चम्मच  गुनगुने पानी के साथ सुबह – शाम सेवन करें। कढ़ी, दाल, पुलाव आदि के साथ करी पत्ते का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद है।

 विटामिन बी1 बी3 बी9 और सी होता है। इसके अलावा  आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस होने से इसके नियमित सेवन करने से बाल काले लंबे और घने होने लगेंगे।

जले और कटे

जले और कटे स्थान पर इसके पत्ते पीस कर लगाने से लाभ होता है।

   नियमित कच्चा कढ़ी पत्ते चबाने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण होते हैं, जिससे आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं। यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण होने से रोकते हैं। दरअसल ऑक्सीकृत कोलेस्ट्रॉल बैड कोलेस्ट्रॉल बनाते हैं जो हार्ट डिसीज़ को न्यौता देते हैं।

  इतना ही नहीं यह इन्फेक्शन , किडनी, घुटनो के लिए भी बेहद लाभकारी है।

 आँखों की बीमारियों में इसमें मौजूद एंटी ओक्सीडेंट केटरेक्ट को शुरू होने से रोकते है, यह नेत्र ज्योति को बढाता है।

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गर्म पानी पीने के फायदे

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गर्म पानी पीने के फायदे (Garam Pani Peene Ke Fayde)

Garam Pani Peene Ke Fayde |Benifit of lukerwarm water | Garam pani peene ke fayde in Hindi

1. अगर आप स्किन प्रॉब्लम्स से परेशान हैं या ग्लोइंग स्किन के लिए तरह-तरह के कॉस्मेटिक्स यूज करके थक चुके हैं तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। आपकी स्किन प्रॉब्लम फ्री हो जाएगी व ग्लो करने लगेगी।

2. लड़कियों को पीरियड्स के दौरान अगर पेट दर्द हो तो ऐसे में एक गिलास गुनगुना पानी पीने से राहत मिलती है। दरअसल इस दौरान होने वाले पैन में मसल्स में जो खिंचाव होता है उसे गर्म पानी रिलैक्स कर देता है।

3. गर्म पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर हो जाते हैं। सुबह खाली पेट व रात्रि को खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी दिक्कते खत्म हो जाती है व कब्ज और गैस जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।

4. भूख बढ़ाने में भी एक गिलास गर्म पानी बहुत उपयोगी है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और काली मिर्च व नमक डालकर पीएं। इससे पेट का भारीपन कुछ ही समय में दूर हो जाएगा।

5. खाली पेट गर्म पानी पीने से मूत्र से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। दिल की जलन कम हो जाती है। वात से उत्पन्न रोगों में गर्म पानी अमृत समान फायदेमंद हैं।

6. गर्म पानी के नियमित सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। दरअसल गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है। पसीने के माध्यम से शरीर की सारे जहरीले तत्व बाहर हो जाते हैं।

7. बुखार में प्यास लगने पर मरीज को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म पानी ही पीना चाहिए बुखार में गर्म पानी अधिक लाभदायक होता है।

8. यदि शरीर के किसी हिस्से में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गर्म पानी पीने से गैस बाहर हो जाती है।

9. अधिकांश पेट की बीमारियां दूषित जल से होती हैं यदि पानी को गर्म कर फिर ठंडा कर पिया जाए तो जो पेट की कई अधिकांश बीमारियां पनपने ही नहीं पाएंगी।

10. गर्म पानी पीना बहुत उपयोगी रहता है इससे शक्ति का संचार होता है। इससे कफ और सर्दी संबंधी रोग बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं।

11. दमा ,हिचकी ,खराश आदि रोगों में और तले भुने पदार्थों के सेवन के बाद गर्म पानी पीना बहुत लाभदायक होता है।

12. सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू मिलाकर पीने से शरीर को विटामिन सी मिलता है। गर्म पानी व नींबू का कॉम्बिनेशन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।साथ ही पी.एच. का स्तर भी सही बना रहता है।

13. रोजाना एक गिलास गर्म पानी सिर के सेल्स के लिए एक गजब के टॉनिक का काम करता है। सिर के स्केल्प को हाइड्रेट करता है जिससे स्केल्प ड्राय होने की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।

14. वजन घटाने में भी गर्म पानी बहुत मददगार होता है। खाने के एक घंटे बाद गर्म पानी पीने से मेटॉबालिम्म बढ़ता है। यदि गर्म पानी में थोड़ा नींबू व कुछ बूंदे शहद की मिला ली जाएं तो इससे बॉडी स्लिम हो जाती है।

15. हमेशा जवान दिखते रहने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए गर्म पानी एक बेहतरीन औषधि का काम करता है।

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